【スプラッタ】綾辻やる夫は双葉山の惨劇を小説化するようです【新本格】

レス数:1000 サイズ:3261.48 KiB 最終更新日:2018-04-28 03:37:33

901  名前:◆Ek0ngtnZ.U[sage saga] 投稿日:2016/10/08(Sat) 22:39:40 ID:0e583f4e



               _ ___
              '´       `
          /  __.    ____ ヾ  _ _
         /,ィ⌒〃⌒` ,.:: : : ; -  ̄` V三ヽ
        〃:/ /.;'   ./: : ∠ _       l::、=ヲ!
.   /ヽ、 . l: : | ;.: :!. /: : : :/: : ; -ミヽ Vj |:::V/
   /  ハ . |: : !|: :.{. /: : : : :f:. :/       | l:::::l′
.  ト、 ...ム..゙; : リ: :.:y:.: : : : :.|: :{    ヽ ,j! ,:::::::|  - 、
.   { ハ /`ヽ..: : : /: : : : : : ;!: :i   _ _., ‐ ¨´  .}
.   i .∨    }:. : ; : : : : : : :/: : ::.    ∧ .       ハ
.  l /    ノ:/: : : : : : :/: : : : }       .} ._./ ../
_   ハ.  /: : : : : : : : : : : : : : :ノ     r´. }  /
_ヽ-┤ >../: : : : : : : : : : : : : : : くー‐=、'   ハ../ __」_
_   /゙V: : : : : : : : : : : : : : : : : :ヽ   .>. ¨/ー´,=.ム
.フ _=->.|: : : : : : : : : : : : : : : : : : : i    /`>ゞ=く___
ゝ´   |:.: : : : : : : : : : : : : :. : : : : !....  ヽ、 __  、 =f}
      ' ; : : : : : : : : : : : : : : : : : :|      ゝ⊃`ヽ ヽ.tゝ
        〉: : : : : : : : : : : : : : : : : ;!.          ゝ=¨
.     メ;ヘ: : : : : : : : : : : :.: : :.;ル
        刈;ヘ: : : : : : : ;: : ィ;j!
          };ハ:. ;ハ:.;ノ<
             j;メミ乂,



━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

痛みに耐え、ぜいぜいと息を切らしながら、夫人は身を反転させてもう一度起き上がろうとした。

水びたしの地面に手をつき、腕を立てる。










、:‐'             _.,,,;..__,".゛ ............;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;...`゙゙ '''''
  ._,,,.. i..-            ".┐...../ ;;;;;;;;;.... -ー.-==..i..;.‐‐-....l¬''''' .-―.
‘,゙v='´     ...、J-彡-ー'.....;;;;;;;;;;;;  ;:、;; :!;;;;/;..,ノ';.   ;;;;、;;.............'''-
'"゛ . _..-...゙´. ‐'~;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;        !"  .゛  . /    ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;`...-、
.,./ ´;;;;;;:;:ー...;;;;;;;;                             ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;’
;;;;,,. シ";;;;;;;;;;;;;.,..- 、              、   、    ... "'\.   : ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;:
ヾ,i".;;;;;;;;;;;;; ;;>''''''ーニニ`-“'  / ,. , i .` ヽ  ゝ ...l    . ゝ ゙、;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;:
..---―;;;;./ ,.;;;;;;;;;;;;;;;;;.....;:   ./ .,《 .l .,! .j  : '、  .l .′  ;;;;;;;'、 ゙ゝ-'゙'-、iィ==ニ∴
,,,_._./ ´- 、.,,;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;.  .." .,i/ .i゙ .′";;;;.ゝ .l;;;;;;ヽ l ;:.;;;;;;;;;;;.\,,, / .;;;;;;;;;;;;;;;
   .''-、.;;;゙'-ミヽ........ -‐'フ’  l/ !;:;|  |:;;;;;; :、 l.;;;;;.ヽ ヽ .;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;,ン'゙
     `''ー、.,,゙゙''―-'''";;;./ . ,i}゙ .|;:;!  |;;;;;;;;; .l ヽ;;;;..\ `ー. 、;;;;;;_,、.. -ー'"
          ´゙'''-- ./  / ...l .|;;|  l;;;;;;;;;;;. ゙,  l:;:,_iii、\,  ゝ 、
.. ''=ッr ...      ./ /,,_,ニト レ゙  l;;;;;;;;;;;;;; .l ..l.;:;. ..._.`''、. `''-、''''';;";'";″
 ...;;;´゙'″;;;;;~''ー.. ./ /.____,゙;;'l゙ "  /.i_---ー.゙  l`゙.='゙´.‐ー_\   .l:;:;;._,;.‐
.´  .- ..,,..,;:;;.,.. --゙  ./ ;;;;;;;;;;;;;;.!   ./ ニ........ --.|  . ! '?¬;';"´.;;;;; !  .l゙‐''
.`~_`゙゙゙゙゙゙゙ /     ,i";.,,,,,,,,,, /   ..;;;;;;;;;;;;;;;;;;; |   |,;;;___,,,.. ―' !   .l
_.   ´゛/      l..~"..丶.../    .ヽ....;;;;;_,,,,.. !   .|  _,,,,,......! .、 .\丶
;;;;;;´;"゙ /    .,i  /.i=rx 、,,,/     ゙'/"'''''".... 、   .l .´゙;;;;;;;;;;;;;;;;. !  ゙li、 .\.
;;;;;;;;;;. /  ...l / |  l.;;;;;;;;;;;/        ヽ;;;;;;;;;;;; |   l ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;..l  . l\
;;;;;;;;./  .,/. l.;; | .l゙;;;;;;;;;;;;;|,   .|     .ヽ;;;;;;;;; .l,   .l ;;;;;;;;;;;;;;;;;;;; !  .l ;..ヽ
 / . ,,/;; l゙./;;:.l゙ !;:;;;;;;;;;;;; !   ./   .i,   ヽ ;;;;; ヽ   ゙'v ;;;;;;;;;;;;;;;;.l   .! ;;;;;゙′
´  / ;;,i'゙,i";;: l /;:;;;;;;;;;;;./  ノ/.,、  「L  .゙'i;;;;;;;;;;. ヽ   .l .;;;;;;;;;;;; ! .|l  ! ;;;;;
../.;;;;./ .l゙.;;;;;./ ,i";;;;;;;;; /  i". !/..}  .!;;;\, ,!;;;;;;;;;;;;; .,!   l ;;;;;;;;; ! ,/;.!  l ;;;
";;;;;;. !  !;;;;./ ./ ;;;;;;;;;.,r'″ :!;;;,「| l  l゙;;;;;;; ! l ;;;;;;;;;;;; l    .l ;:;;;;;l゙ ./.;;;: !  |,;:;
;; ,./  ││,/.;;;;;;;;; !    lノ゛ !,;.! !;;;;;;;; l | ;;;;;;;;;;;; !    .ヽ ;;;.l .!;;;;; !  l
../   ./;; l .! ;;;;;;;;;; /  ./ヽ  |彳 !;;;;;;;; !.l ;;;;;;;;;;;;;;: !      ゙'、;:.l !;:;│   .!
  ,/;;;;;;丿 ,!;;;;;;;;;; /  ./ ;;;;;; !  |;.! .|;:;;;;;; ! ! ;;;;;;;;;;;;;; .ヽ   〔'、 .l l ゙l;;;;.l,   ′
-",,,,,,,/、./.;;;;;;;; ,/  ./ ;;;;;;;│ ,!│| ;;;;;;; .| | .;;;;;;;;;;;;;;; l    ! ヽ.T  !;;;;;..l
../  / ゛,!./.;;;;;;; ./   .l ;:;;;;;; |  .!;;:.! `j;;;;;;. l,.! .;;;;;;;;;;;;;;;;; .l   }:;..l,  .l.;;;;;;;...l
" ./ ;;;;; ! l ;;;;;; ./  、  ! ;;;;;;;}  !;; l | ;;;;;;..l¨゙| ;;;;;;;;;;;;;; .}   .,!;;;;.′ !;:;;;;;;;; .!
./ .;;;;;;.// ;;;;;; /   ,!.!  l;:;;;;;|  .!;;;; l │;;;;;;; ! l .;;;;;;;;; !   l゙ ;; !  l,;;;;;;;;;; l
゛;;;;;; / /.;;;;; /   .!.;.|   l;;;;;!  ! ;;;; l .! ;;;;;;;..l .\ ;;;;; l゙   │.;; ! il, . l .;;;;;;; l



━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━━

稲妻が走った。

森の中を一瞬明るくしたその光が、彼女の目に、鼻先に転がっている物体を見せた。